भाग संख्या 1 : संज्ञा
•वह शब्द जो व्यक्ति वस्तु स्थान अथवा भावना के नाम को बोध कराते हैं वे शब्द संज्ञा कहलाते हैं ।
•व्यक्ति ::: जैसे राम ,मोहन,तोता,सीता,गीता ,नीता ,आरती,आदि ।
•यह सारे शब्द किसी व्यक्ति को दर्शाते हैं,यह सब संज्ञा शब्द हुए ।
•वस्तु ::
•जैसे : टेबल, कुर्सी ,कलम ,पेंसिल, फोन ,दरवाजा, गाड़ी, साइकिल,
•स्थान ::
•जैसे :उत्तर प्रदेश, भारत ,नेपाल पाकिस्तान ,कानपुर, अमेरिका, लंदन नागपुर ,लखनऊ ,मुंबई आदि
•भाव :
•मिठास ,खुशी ,दुख ,क्रोध, प्रेम, मोह, बुढ़ापा, गर्मी, कड़वाहट
•यह सारे शब्द इंसान के मन विचार को दर्शाते हैं अतः यह सारे शब्द संज्ञा शब्द हैं
•संज्ञा के भेद
•
•व्यक्तिवाचक संज्ञा
•वह शब्द जिससे किसी विशेष व्यक्ति वस्तु अथवा स्थान का बोध हो उसे व्यक्ति वाचक संज्ञा कहते हैं जैसे सीता, राम ,ताजमहल गौतम बुद्ध, श्री कृष्णा, हिमालय ।
•जातिवाचक संज्ञा
•जिस संज्ञा शब्द से उसकी संपूर्ण जाति का बोध हो उसे जातिवाचक संज्ञा कहते है
•जैसे गाय, घोड़ा, भैंस, चूहा ,लड़का ,नगर मनुष्य ,बैल ,गधा, ऊंट आदि
•जैसे: यहां पर गाय शब्द से पूरी गाय जाति का बोध होता है ।
•
•जातिवाचक से भाववाचक बनाना
•
•जातिवाचक भाववाचक
पशु पशुता
•बालक बालकपन
•मित्र मित्रता
••अपना अपनापन
•पराया परायापन
•मम ममत्व
•बौना बौनापन
•कड़वा कड़वाहट
•गोरा गोराई
•मीठा मिठास
•मधुर मधुरता
••गरीब गरीबी
•निर्बल निर्बलता
•हरा हरियाली
•प्रवीण प्रवीणता
•प्रवीण प्रवीणता
•खेलना खेल
•पढ़ना पढ़ाई
•ईमानदार ईमानदारी
•बेईमान बेइमानी
•कमाना कमाई
•उड़ना उड़ाई
•शत्रु। शत्रुता
•चोर चोरी
•लंबा लम्बाई
विशेषण
•विशेषण
•
जो शब्द संज्ञा व सर्वनाम की विशेषता बताते हैं उन्हें विशेषण कहते हैं
संज्ञा शब्द व्यक्ति वास्तु या स्थान होते हैं
व्यक्ति अर्थात जैसे किसी इंसान का नाम जैसे तुम्हारा नाम, तुम्हारे माता-पिता का नाम तुम्हारे मित्र का नाम ,तुम्हारे भाई बहन का नाम या तुम्हारे जानवर का नाम यह सब संज्ञा है
या
•जगह का नाम जैसे तुम्हारे जिले का नाम तुम्हारे राज्य का नाम तुम्हारे देश का नाम यह सब संज्ञा है
वही वस्तु जैसे टेबल, चेयर, कंघी ,खिलौना यह सब संज्ञा है
•हम तुम यह तुम्हारा हमारा वे सब यह वह सर्वनाम है
जिस शब्द से इन संज्ञा व सर्वनाम की विशेषता का पता चलता है वह विशेषण कहलाते हैं
•जैसे
पतली कुर्सी : यहां कुर्सी संज्ञा है और पतली शब्द से उसकी विशेषता का पता चल रहा है तो पतली विशेषण है
मोटा लड़का: यहां यहां लड़का जातिवाचक संज्ञा है और मोटा शब्द से उसकी विशेषता पता चल रही है तो मोटा शब्द विशेषण है
चालाक लोमड़ी: यहां लोमड़ी एक जातिवाचक संज्ञा है उसकी विशेषता चालक शब्द से उसकी विशेषता का पता चल रहा है तो चालाक शब्द विशेषण है ।
•बुद्धिमान लड़की : यहां लड़की जातिवाचक संज्ञा है और बुद्धिमान शब्द से उसकी विशेषता पता चल रहा है तो यहां बुद्धिमान शब्द विशेषण है ।
जिन शब्दों से विशेषता का पता चलता है उसे शब्द विशेषण है
और जिनकी विशेषता बताई जाती है वे शब्द विशेष्य हैं ।
विशेषण के भेद :
गुणवाचक विशेषण
परिमाणवाचक विशेषण
संकेत वाचक विशेषण
संख्यावाचक विशेषण
• गुणवाचक विशेषण
जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है कि ऐसे शब्द जो किसी के गुण से संबंधित हो जैसे अच्छा ,बड़ा ,मोटा, सीधा, भोला, शरारती ,नटखट ,कायर ,क्रोधी ,मेहनती और अमीर
अब जैसे हम बोलेंगे
•
अच्छा लड़का: तो यहां अच्छा विशेषण हुआ पर क्योंकि अच्छा लड़के के गुण बता रहा है तो यह हुआ गुणवाचक विशेषण।
•नटखट बच्चा: अब क्योंकि इसमें दिख रहा है की नटखट शब्द बच्चा की विशेषता बता रहा है,
बच्चा कैसा है तो उत्तर आएगा::::: नटखट तो यहां नटखट शब्द विशेषण हुआ
•कायर लोमड़ी ::
यहां हमें दिख रहा है की कायर शब्द
लोमड़ी की विशेषता बता रहा है तो कायर शब्द विशेषण हुआ
•परिमाण वाचक विशेषण
परिमाण का अर्थ होता है नाप अथवा तोल
जैसे ::
दो लीटर दूध ::
यहां दो लीटर, दूध का नाप है तो यहां दो परिमाणवाचक है
चार किलो अनार
यहां 4 किलो अनार का नाप है तो यहां चार परिमाण वाचक है ।
•
संकेत वाचक विशेषण
वे सर्वनाम जो संज्ञा की ओर संकेत करते हैं संकेत वाचक विशेषण कहलाते हैं
जैसे
वह लड़की बड़ी चालाक है
इस वाक्य में वह शब्द द्वारा लड़की की ओर संकेत किया गया है
वह एक संकेत वाचक विशेषण
संख्यावाचक विशेषण
जब किसी संज्ञा के आगे संख्या शब्द लिखी हो तो उसे संख्या वाचक विशेषण कहते हैं ।
जैसे
पांच घर
चार चोर
पांचवा भाग
यहां पांच , चार और पांचवा संख्यावाचक विशेषण है।
•क्रिया विशेषण की परिभाषा
•जो शब्द क्रिया की विशेषता बताते हैं वे शब्द क्रिया विशेषण कहलाते हैं ।
•क्रिया विशेषण के भेद
•1) कालवाचक क्रिया विशेषण
•2) स्थानवाचक क्रिया विशेषण
•3) परिमाणवाचक क्रिया विशेषण
•4) रीतिवाचक क्रिया विशेषण
•कालवाचक क्रिया विशेषण
•जिस क्रिया विशेषण शब्द से कार्य के होने का समय ज्ञात हो वह कालवाचक क्रिया विशेषण कहलाता है ।
•जैसे :
•मैं अभी आ रहा हूं।
•फिर कभी चलेंगे ।
•पानी निरंतर बह रहा है।
•इन तीनों वाक्य में फिर कभी, अभी निरंतर यह शब्द कल अर्थात समय को दर्शा रहे हैं ।
•अतः यह कालवाचक क्रिया विशेषण है ।
•स्थानवाचक क्रिया विशेषण
•जिस क्रिया विशेषण शब्द द्वारा क्रिया के होने के स्थान का बोध हो वह स्थान वाचक क्रिया विशेषण कहलाता है इसमें जो शब्द प्रयोग में आते हैं – वह हैं
भीतर बाहर, अंदर, यहां, वहां ,किधर , कहां, जहां, दूर, अन्यत्र इस ओर, उस ओर,दाएं बाएं ,ऊपर ,नीचे ।
•भीतर जाकर बैठिए।
•किधर जा रहे हो ।
•यहां पर किधर जाना क्रिया शब्द की
विशेषता बता रहा है अतः किधर स्थान वाचक क्रिया विशेषण है ।
•परिमाणवाचक क्रिया विशेषण
•ऐसी क्रिया विशेषण शब्द जो परिमाण अथवा नाप तोल बताते हैं वह परिमाण वाचक क्रिया विशेषण कहलाते हैं ।
•जैसे ::::
थोड़ा-थोड़ा, अत्यंत, अधिक ,अल्प कुछ ,पर्याप्त ,कम
•तुम थोड़ा-थोड़ा काम किया करो ।
•इस वाक्य में काम शब्द क्रिया है और थोड़ा-थोड़ा उसे क्रिया की विशेषता है क्योंकि थोड़ा-थोड़ा परिमाण अथवा नाप है अतः यह परिमाणवाचक क्रिया विशेषण है ।
•रीतिवाचक क्रिया विशेषण
•जहां पर भी जल्दी-जल्दी, धीरे-धीरे, संभव है,अचानक, एकाएक,
•सचमुच, झटपट , सहसा,शब्द का प्रयोग होगा वे रीति वाचक क्रिया विशेषण कहलाते हैं ।
•इस उदाहरण से समझे –
•
•
•एकाएक ट्रक सामने आ गया ।
•
•यहां एकाएक शब्द एक रीतिवाचक क्रिया विशेषण है ।
•अचानक एक पेड़ सामने आ गया ।
•यहां अचानक शब्द एक रीतिवाचक क्रिया विशेषण है ।
• लिंग
हिंदी व्याकरण में दो तरह के लिंग होते हैं
1) पुल्लिंग
2) स्त्रीलिंग
जिन शब्दों से पुरुष जाति का बोध होता है वे शब्द पुल्लिंग शब्द कहलाते हैं ।
जैसे
गधा , घोड़ा, बंदर, बैल, चूहा , मुर्गा
और जिन शब्दों से स्त्री जाति का बोध हो यह सारे शब्द स्त्रीलिंग शब्द कहलाएंगे जैसे
गाय, भैंस , बिल्ली , ठकुराइन, पुत्री , बेटी ।
•
•पुल्लिंग। स्त्रीलिंग
पुत्र पुत्री
सुत सुता
•चाचा चाची
दादा दादी
बालक बालिका
धावक धाविका
नायक नायिका
राजा रानी
दास दासी
•दास दासी
नर नारी
पिता माता
पंडित पंडिताइन
मोर मोरनी
दादा दादी
चाचा चाची
कुत्ता कुतिया
गधा गधी
कवि। कवयित्री
•चोर। चोरनी
घोड़ा। घोड़ी
हाथी हथिनी
ठाकुर ठकुराइन
चौधरी चौधराईन
ओझा ओझाइन
देव देवी
बूढ़ा बुढ़िया
रस्सा रस्सी
बंदर बंदरिया
•बेटा बेटे
बूढ़ा बुढ़िया
डिब्बा डिबिया
शेर शेरनी
हंस हंसिनी
भगवान भगवती
नायक नायिका
लेखक लेखिका
गुणवान गुणवती
बुद्धिमान बुद्धिमती
मौसा मौसी
प्रिय प्रिया
बाल बाला
भाई भाभी
बहनोई बहन
साधु साध्वी
आपके यहां प्रश्न आएंगे की दिए हुए वाक्य में रेखांकित शब्द क्या है ।
1) यह गाड़ी बहुत तेज चल रही है ।
दिए हुए वाक्य में रेखांकित शब्द गाड़ी कौन सा लिंग है
यहां देखने पर आपको पता चल रहा है की गाड़ी चल रही है और रही शब्द हम स्त्रीलिंग को दर्शाने में उपयोग करते हैं इसलिए रेखांकित शब्द गाड़ी स्त्रीलिंग है
2) तुम्हारी पेन चलना बंद कर दी है ।
यहां पेन शब्द कौन सा लिंग है
वाक्य पढ़ने पर हमें पता चल रहा है की
पेन शब्द स्त्रीलिंग शब्द है
•3 ) तुम्हारी कक्षा गंदी है ।
यहां कक्षा एक स्त्रीलिंग शब्द है अब ध्यान देंगे की पता कैसे चला की स्त्रीलिंग है
कक्षा कैसी है तो उत्तर आएगा गंदी है अर्थात जैसे हम हम स्त्रियों के लिए शब्द प्रयोग करते हैं गंदी उसी तरह कक्षा के लिए भी उपयोग किए हैं
•अब अब पहचाने कि रेखा अंकित शब्द कौन से लिंग का है
1) आसमान में बादल आने वाले हैं ।
2) मोहन की माता बीमार हैं ।
3) तुम्हारी घड़ी सही से चल रही है ।
4) तुम्हारी मोटरसाइकिल खराब हो गई
है ।
•5) मेरी किताब अच्छी है ।
6) तुम्हारे लिए दिल्ली से टेलीफोन आया है ।
•7) तुम्हारी चप्पल टूट गई है
•वचन
•
•संज्ञा के जिस रूप से उसकी संख्या अर्थात एक या एक से अधिक होने का बोध हो उसे वचन कहते हैं ।
•
•वचन दो प्रकार के होते हैं
•एकवचन
•बहुवचन
•
•एकवचन अर्थात संज्ञा का वह रूप जो उसकी संख्या एक होने को दर्शाती है। वह एक वचन कहलाती है ।
•
•वहीं बहुवचन अर्थात संज्ञा का वह रूप जो उसकी संख्या दो या दो से अधिक होना दर्शाती है वह बहुवचन कहलाती है।
•एकवचन बहुवचन
•लड़का लड़के
•लड़की लड़कियां
•गाय गाएं
•भैंस भैंसें
•रोटी रोटियां
•बच्चा बच्चे
•बकरी बकरियां
•टोपी टोपियां
•किताब किताबें
•कॉपी कॉपियां
•कुर्सी कुर्सियां
•कपड़ा कपड़े
•चूहा चूहे
•बकरा बकरे
•नहर नहरें
•कलम कलमें
•पुस्तक पुस्तकें
•दाना दाने
•बांह बांहे
•लोटा लोटे
•दवा दवाएं
•पैसा पैसे
•माता माताएं
•बहन बहनें
•नारी नारियां
•वधू वधुएं
•स्त्री स्त्रियां
•शाला शालाएं
•नदी नदियां
•मछली मछलियां
• क्रिया विशेषण की परिभाषा
•जो शब्द क्रिया की विशेषता बताते हैं वे शब्द क्रिया विशेषण कहलाते हैं ।
•क्रिया विशेषण के भेद
•1) कालवाचक क्रिया विशेषण
•2) स्थानवाचक क्रिया विशेषण
•3) परिमाणवाचक क्रिया विशेषण
•4) रीतिवाचक क्रिया विशेषण
•कालवाचक क्रिया विशेषण
•जिस क्रिया विशेषण शब्द से कार्य के होने का समय ज्ञात हो वह कालवाचक क्रिया विशेषण कहलाता है ।
•जैसे :
•मैं अभी आ रहा हूं।
•फिर कभी चलेंगे ।
•पानी निरंतर बह रहा है।
•इन तीनों वाक्य में फिर कभी, अभी निरंतर यह शब्द कल अर्थात समय को दर्शा रहे हैं ।
•अतः यह कालवाचक क्रिया विशेषण है ।
•स्थानवाचक क्रिया विशेषण
•जिस क्रिया विशेषण शब्द द्वारा क्रिया के होने के स्थान का बोध हो वह स्थान वाचक क्रिया विशेषण कहलाता है इसमें जो शब्द प्रयोग में आते हैं – वह हैं
भीतर बाहर, अंदर, यहां, वहां ,किधर , कहां, जहां, दूर, अन्यत्र इस ओर, उस ओर,दाएं बाएं ,ऊपर ,नीचे ।
•भीतर जाकर बैठिए।
•किधर जा रहे हो ।
•यहां पर किधर जाना क्रिया शब्द की
विशेषता बता रहा है अतः किधर स्थान वाचक क्रिया विशेषण है ।
•परिमाणवाचक क्रिया विशेषण
•ऐसी क्रिया विशेषण शब्द जो परिमाण अथवा नाप तोल बताते हैं वह परिमाण वाचक क्रिया विशेषण कहलाते हैं ।
•जैसे ::::
थोड़ा-थोड़ा, अत्यंत, अधिक ,अल्प कुछ ,पर्याप्त ,कम
•तुम थोड़ा-थोड़ा काम किया करो ।
•इस वाक्य में काम शब्द क्रिया है और थोड़ा-थोड़ा उसे क्रिया की विशेषता है क्योंकि थोड़ा-थोड़ा परिमाण अथवा नाप है अतः यह परिमाणवाचक क्रिया विशेषण है ।
•2) कर्म कारक : को
•उसने राम को खाना दिया ।
•श्याम ने गीता को मिठाई दी ।
•यहां कर्म को मुख्य रूप से प्रधान माना गया है ।पहले वाक्य में कर्म खाना है ।
•दूसरे वाक्य में कर्म मिठाई है ।
•3) करण कारक : से , (के द्वारा)
•
•राम पेन से लिखता है ।
•श्याम साइकिल से स्कूल आता है ।
•मोहन दुकान से मिठाई खाता है ।
•4)संप्रदान कारक : के लिए
•वह राम के लिए घर से मिठाई लाया था ।
•सीता कल अपने बच्चे के लिए जलेबी बनाई ।
•दादा ने घर के लिए सब्जी लाया ।
•5)अपादान कारक : से ,अलग होने के अर्थ में
•पेड़ से फल गिर गया ।
•यहां पर जो से है ,वो अलग होने के अर्थ में है ,अर्थात पेड़ से अलग हो रहा है फल ।
•रवि घर से जा रहा है ।
यहां पर भी घर से अलग हो रहा है यहां पर भी अपादान कारक होगा ।
•6)संबंध कारक : का , की ,के
•वह राम का भाई है ।
•मोहन गीता का भाई है ।
•गीता कक्षा दस की लड़की है ।
•रीता मोहन दस पब्लिक स्कूल की लड़की है ।
•राजा के भैया बहुत बड़े आदमी हैं ।
•यहां जो सारे वाक्यों में का ,की के का उपयोग हुआ है वह संबंध कारक को दर्शाता है ।
•
•7) अधिकरण कारक : में ,पर
•स्कूल में सौ बच्चे पढ़ते हैं ।
•मेज पर चाकू रक्खा है ।
•यहां जो में ,पर का उपयोग हुआ है वह अधिकरण कारक के अंतर्गत आता है ,अथवा वहां पर अधिकरण कारक का उपयोग है ।
•8)संबोधन कारक : हे ,हो अरे ,आदि ।
•यह आश्चर्य के लिए प्रयोग में आता है ।
•जैसे
•हे !भगवान ये क्या हो गया इतने अच्छे बच्चे के साथ ।
•अरे! वो इतनी दूर कैसे पहुंचा ।
•जहां पर भी ऐसे शब्द होते हैं जैसे हे ,हो ,अरे का उपयोग हो वहां संबोधन कारक होता है ।